तूफ़ाँ मचलते ही रहते हैं जहाँ में अडिग लौ मशाल सी जल सको तो चलो। तूफ़ाँ मचलते ही रहते हैं जहाँ में अडिग लौ मशाल सी जल सको तो चलो।